ये 9 बातें किसी को भी मत बताना वरना पछताना पड़ेगा

ये 9 बातें किसी को भी मत बताना: गुरु वह होता है जो हमे ज्ञान देता है | गुरु एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है अंधकार को दूर करने वाला | गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है क्युकी गुरु ही होता है जो मनुष्य के जीवन को अंधकार से प्रकाश की और ले जाता है |

गुरु से शिक्षा पाकर ही हम धर्म और अधर्म के बीच का भेद पा सकते है इसलिए सनातन धर्म में गुरु परंपरा सदियों से चली आ रही है |

उनकी नीतियों के कारण ही उन्होंने असुरों को कई बार स्वर्ग का राज-पाठ दिलवाया था |

शुक्राचार्य की कही गई नीतियां आज भी बहुत महत्व रखती हैं। क्या आप जानते है कि शुक्राचार्य ऋषि ने अपनी नीतियों में ऐसी कौन-सी 9 बातों के बारे में बताया है, जो मनुष्य को अपने हित के लिए किसी को भी नहीं बतानी चाहिए | आइए जानते है उस निति के बारे में |

ये 9 बातें किसी को भी मत बताना

शुक्रनीति के अनुसार ये 9 बातें किसी को भी मत बताना


शुक्रनीति में वर्णित एक श्लोक के द्वारा शुक्राचार्य ने उन 9 बातों एक बारे में बताया है जिसे मनुष्य यदि किसी को बताता है तो यह उसके लिए बहुत नुकसानदायक साबित होगा |

आयुर्वित्तं गृहच्छिद्रं मंत्रमैथुनभेषजम्।
दानमानापमानं च नवैतानि सुगोपयेतू।।

उस श्लोक का अर्थ है आयु, धन, घर के राज, गुरुमंत्र, मैथुन, दान, मान, अपमान और वैद्य इन नौ बातों को हमेशा गुप्त रखना चाहिए। आईए अब हम इन सब बातों को विस्तार से जानते है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार अपना मान-सम्मान किसी के सामने न करे

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार पहली बात जो किसी के सामने नहीं करनी चाहिए वह है मान सम्मान |

मनुष्य को कभी भी अपने मान-सम्मान का दिखावा किसी के सामने नहीं करना चाहिए | ऐसी आदत मनुष्य के लिए बिलकुल भी अच्छी नहीं होती क्युकी ऐसा करने से लोगो के मन में आपके प्रति नफरत का भाव उत्पन्न होने लगता है और कुछ लोग आपके अपने बखान करने की आदत के कारण आपसे दूरिया बनाने लगते है |

इसलिए बेहतर ये होगा कि आप लोगो को उनकी समझ के अनुसार आपको परखने का मौका दे, तभी लोग आपके असली प्रशंसक होंगे |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार अपने अपमान के बारे में किसी को न बताये

दूसरी बात जो हमे किसी को नहीं बतानी चाहिए वह है अपमान |

यदि आपको जीवन में कभी भी अपमान का सामना करना पड़ा हो तो, उसके बारे में कभी भी किसी को नहीं बताना चाहिए क्युकी ऐसा करने से आप सभी के बीच में हंसी का पात्र तो बनेंगे ही साथ-साथ लोग आपके अपमान के बारे में जानने के बाद आपका सम्मान करना भी छोड़ देंगे |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार मंत्र के बारे में किसी को न बताये

शुक्रनीति के अनुसार तीसरी बात जो हमे किसी को नहीं बतानी चाहिए वह है मंत्र |

मनुष्य अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना से भगवान की आराधना करता है, ताकि भगवान उससे प्रसन्न होकर उसे मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद दे |
उसी अराधना में वह जिन मंत्रो का जाप करता है, उसे गुप्त रखना चाहिए क्युकी शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार जो मनुष्य अपने द्वारा की गई पूजा-पाठ या मंत्र जाप को गुप्त न रखकर किसी को बता देता है, तो उसको उस कर्म का फल प्राप्त नहीं होता |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार ना बताये किसी को अपने धन के बारे में

गुप्त रखने वाली चौथी बात है धन |

मनुष्य को अपनी सभी जरूरतों को पूर्ण करने के लिए धन की आवश्यकता पड़ती है इसलिए हमारे जीवन में धन का बहुत महत्व है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार हमे अपने धन के बारे में किसी को भी नहीं बताना चाहिए क्युकी बुरे व्यक्तिओं की दृष्टि सदैव दुसरो के धन पर रहती है और जैसे ही उन्हें आपके धन के बारे में ज्ञात होगा, वह आपके बनावटी मित्र बनकर आपको क्षति पंहुचा सकते है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार अपनी आयु के बारे में किसी को न बताये

पाँचवी गुप्त रखने योग्य बात है आयु |

शुक्राचार्य के अनुसार मनुष्य को अपनी आयु जहाँ तक हो सके गुप्त रखनी चाहिए क्युकी यदि आप ऐसा नहीं करते तो आपके शत्रु आपकी आयु के हिसाब से आपकी क्षमता और कौशल का अनुमान लगा सकते है और समय आने पर आपको नुक्सान पंहुचा सकते है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार ना बताये किसी को अपने घर के दोष के बारे में

छठी छुपाने योग्य बात है घर के दोष |

हमे कभी भी अपने पारिवारिक मतभेद और समस्याओं को किसी को नहीं बताना चाहिए क्युकी दैत्यगुरु कहते है कि ऐसा करने से आपके परिवार की प्रतिष्ठा को तो चोट पहुँचती ही है, साथ-साथ बुरे लोग उसका लाभ उठाकर आग में घी डालने का काम करते है, जिससे आपके घर में कलेश और ज्यादा बढ़ने लगता है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार अपनी औषधि के बारे में किसी को न बताये

सांतवी बात जो हमे गुप्त रखनी चाहिए वह है औषधि |

यदि आपको कोई रोग है और आप किसी चिकित्सक के द्वारा उसका इलाज करवा रहे है तो, यह बात भी आपको गुप्त रखनी चाहिए क्युकी शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार यदि आपके शत्रुओ को आपके रोग के बारे में पता चल जाए तो वह उस अवसर का लाभ किसी ना किसी तरह उठा सकता है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार अपनी गुप्त-बातों के बारे में किसी को न बताये

शुक्राचार्य के अनुसार आठवीं गुप्त रखने योग्य बात है मैथुन |

कुछ लोग इतने बड़बोले होते है कि वह अपने निजी जीवन व् परिवार की सभी गुप्त बातों को सबको बताने लगते है, यहाँ तक कि पति-पत्नी के बीच की निजी बातों को भी हसी मजाक में सबसे साझा कर देते है |

शुक्राचार्य ऋषि कहते है कि ऐसा करने से वह मनुष्य हसी का पात्र तो बनता ही है, उसके साथ-साथ उसे जीवन में कभी ना कभी शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ता है |

शुक्राचार्य ऋषि के अनुसार दान के बारे में किसी को न बताये

नौवीं और अंतिम बात जो छुपा के रखनी चाहिए वह है दान |

हमारे धार्मिक ग्रंथो में दान का विशेष महत्व बताया गया है, दान देने से मनुष्य के सारे कष्ट तो कटते ही है, उसके साथ-साथ उसे सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद भी प्राप्त हो जाता है |

परन्तु कुछ लोग अपने दिए हुए दान का बखान अपनी महानता दिखने के लिए करते है और शुक्राचार्य के अनुसार यदि हम दान को गुप्त नहीं रखते, तो हमारे द्वारा किया गया सारा पुण्य कर्म नष्ट हो जाता है |

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