जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश,देखकर हैरान है सारी दुनिया

भारत देश सभी धर्मो का आदर करता है,यहाँ सभी त्यौहार प्रसन्नतापूर्वक मनाये जाते है | चाहे वह ईद हो या दिवाली सभी लोग ख़ुशी-ख़ुशी त्यौहार मनाते है ,यही त्योहारों का आदान-प्रदान भारत की छवि को बढाने मे सहयोग करता है | इन्ही त्योहारों मे से है एक भगवान श्री कृष्ण का जन्म का त्यौहार ,जिसके बारे मे हम आपको बताने वाले है |

क्या आप जानते है कि किन-किन मुस्लिम देशो मे जन्माष्टमी मनाई जाती है, यदि नहीं तो आज हम आपको बताएँगे इसके बारे में |

जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश

जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है ,जिसे भगवान् श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप मे मनाया जाता है | यह त्यौहार भारत के अलग-अलग राज्यों मे बड़ी धूम धाम के साथ मनाया जाता है ,कुछ मुस्लिम देशो मे भी जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है और मुस्लिम समुदाय के लोग इस त्यौहार को अपने दोस्तों और पड़ोसियों के साथ मिलकर मनाते है |

भगवान् श्री कृष्ण की जन्म कथा


किन-किन देशो मे जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है , यह जानने से पहले यह जान लीजिये कि किस कारण भगवान् श्री कृष्ण का जन्म हुआ और जन्माष्टमी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

भगवान् श्री कृष्ण का जन्म द्वापरयुग मे धर्म की स्थापना कर अधर्मियों का नाश करने के लिया हुआ था | उस समय मथुरा के राजा कंस ने अपनी प्रजा पर बहुत अत्याचार किये, उन्हें भगवान् की पूजा करने से रोका और अपनी पूजा करने को कहा जो भी व्यक्ति उसकी बात नही मानता , कंस उसको मृत्यु दंड देता था |

जिस कारण लोग उससे भयभीत होने लगे और भगवान् विष्णु से प्रार्थना करने लगे | कंस की एक छोटी बहन थी देवकी, जिससे कंस को बहुत स्नेह था |

कंस ने देवकी का विवाह वासुदेव के साथ किया | स्नेह के कारण कंस अपनी बहन देवकी और वासुदेव को स्वयं रथ मे बैठाकर छोड़ने के लिए जाने लगा | तभी रास्ते मे आकाशवाणी हुई – हे मुर्ख कंस!! जिस बहन को तुम इतने प्रेम से उसकी ससुराल छोड़ने जा रहे हो, उसकी आठवी संतान के हाथो तुम्हारी मृत्यु होगी |

जिसके पश्चात कंस क्रोध मे आगया और बोला उस विष के पेड़ को क्यों बढ़ने दिया जाये, जिसके फल से मृत्यु की सम्भावना हो | जिसके बाद कंस देवकी को  मारने के लिए आंगे बढ़ा ,तब वासुदेव ने उसे रोका और बोला – ऐसा करना गलत है ,किसी स्त्री को मारने से आपकी क्या सोभा बढ़ेगी?

आप इसे छोड़ दीजिये इसकी जितनी भी संतान होंगी मैं आपको सोप दूंगा, आप अपनी छोटी बहन को मत मारिये | जिसके बाद कंस ने उन्हें नही मारा ,परन्तु देवकी और वासुदेव को करागार मे बंद कर दिया |

जिसके पश्चात देवकी की सभी सात संतानों को वासुदेव ने वचन के अनुसार कंस को सोप दिया और कंस ने उन सभी को मार दिया |

अब बारी थी देवकी की आठवी संतान की, जिसके रूप मे स्वयं भगवान् विष्णु को जन्म लेना था |

जब उनकी आठवी संतान का जन्म हुआ, तब पूरे कारागार मे रौशनी फ़ैल गयी | जिसके बाद भगवान विष्णु ने श्री कृष्ण के रूप मे जन्म लिया |

श्री कृष्ण के जन्म के बाद वासुदेव जी उनको पास के गाँव गुकुल मे छोड़ आये , जहाँ नन्द बाबा और यशोदा मैया ने उनका पालन पोषण किया |

कुछ समय पश्चात जब कंस को सूचना मिली कि देवकी की आठवी संतान गोकुल मे है, तो उसने अनेको राक्षसों को श्री कृष्ण को मारने के लिए भेजा | परन्तु कृष्ण ने उनका ही वध कर दिया और अंत मे भगवान् श्री कृष्ण ने कंस का भी वध कर दिया , जो उनके मामा थे और अपने माता-पिता, देवकी और वासुदेव को कारागार से मुक्ति दिलाई |

जिस दिन भगवान् श्री कृष्ण का जन्म हुआ उस दिन रोहिणी नक्षत्र की अष्टमी थी ,उसी के अनुसार हर साल रोहिणी नक्षत्र की अष्टमी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है |

दुनिया के कई देशों में जन्माष्टमी की धूम


भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा समेत पूरे देश मे श्री कृष्ण जन्माष्टमी बड़ी धूम धाम से साथ मनाई जाती है |

यूएसए मे मनाई जाती है जन्माष्टमी

यूएसए मे श्री कृष्ण जन्माष्टमी बड़ी धूम धाम से मनाई जाती है | यहाँ बीसवी सदी के प्रसिद्ध वैष्णव गुरु और धर्मप्रचारक स्वामी प्रभुपाद ने श्री कृष्ण भक्ति का अनोखा माहोल बनाया था, जो आज भी देखने को मिलता है | यहाँ पर भारत की ही तरह रात मे जन्माष्टमी मनाई जाती है , बहुत से लोग रंग-बिरंगे कपडे पहनकर बड़े हर्ष के साथ जन्माष्टमी मानाते है |

कनाडा मे जन्माष्टमी

कनाडा के टोरंटो मे भी जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है, यहाँ पर पूरे रीति-रिवाज के साथ यह त्यौहार मनाया जाता है | यहाँ पर लोग राधा-कृष्ण मंदिर मे एक साथ बैठकर, श्लोक मंत्र आदि बोलकर पूजा करते है |

जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश

मलेशिया मे भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का बहुत खास प्रभाव है , यहाँ मुस्लिम समुदाय की अधिकता होने के बाद भी जन्माष्टमी का बहुत महत्व है | मलेशिया मे जन्माष्टमी की चमक कई दिनों तक देखने को मिलती है |

सिंगापुर मे भी मनाई जाती है जन्माष्टमी

सिंगापुर मे भी जन्माष्टमी का असर दिखाई देता है ,हलाकि यहाँ विभिन्न धर्मो और संस्कृति के लोग रहते है | लेकिन इसके बाद भी जन्माष्टमी का काफी असर देखने को मिलता है | यहाँ पर मनाये जाने वाले इस त्यौहार मे भारत की छवि देखने को मिलती है | जन्माष्टमी के दिन यहाँ पर झाँकियाँ भी निकाली जाती है |

अब तो आप सभी को यह ज्ञात हो गया होगा की जन्माष्टमी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है और भारत के अलावा किन-किन देशो मे मनाया जाता है |

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