कैसे बनता था महाभारत युद्ध में लाखों योद्धाओं का खाना?
धार्मिक कथायें

कैसे बनता था महाभारत युद्ध में लाखों योद्धाओं का खाना?

कैसे बनता था महाभारत युद्ध में लाखों योद्धाओं का खाना?: दुनिया का सबसे बड़ा और भयानक महाभारत युद्ध कुरु साम्राज्य के सिंघासन की प्राप्ति के लिए कौरवों और पांडवों के बीच हुआ था, यह तो आप जानते ही है | महाभारत युद्ध में कौरवों के पास 11 अक्षौहिणी सेना थी, जबकि पांडवों के पास 7 […]

कैसे बनता था महाभारत युद्ध में लाखों योद्धाओं का खाना? Read Post »

मृत्यु के बाद आत्मा अपने घर वापस क्यों आती है?
धार्मिक कथायें

मृत्यु के बाद आत्मा अपने घर वापस क्यों आती है?

मृत्यु के बाद आत्मा अपने घर वापस क्यों आती है?: मृत्यु एक अटल सत्य है, कलयुग का मनुष्य यह जानते हुए भी अहंकार और मोह के कारण वश इसे झुठलाता रहता है | जैसे उसकी तो कभी मृत्यु हो ही नहीं सकती | आपने यह तो सुना होगा कि जब किसी मनुष्य की मृत्यु होने

मृत्यु के बाद आत्मा अपने घर वापस क्यों आती है? Read Post »

गणेश चतुर्थी कथा
धार्मिक कथायें

अगर चौथ का चाँद दिखे तो सुने गणेश चतुर्थी कथा, नहीं लगेगा कलंक

गणेश चतुर्थी कथा: भाद्र मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से गणेश चतुर्थी का त्यौहार प्रारम्भ होता है और 10 दिन तक चलता है | इसी दिन लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करके, आस्था के साथ उनकी आराधना करते है और त्यौहार के अंतिम  दिन पुरे विधि विधान के साथ उनका विसर्जन करते है | मान्यता यह है कि ऐसा करने से गणेश जी उनके सभी कष्ट हर कर उन्हें सुख समृद्धि से भरे जीवन का आशीर्वाद देते है | क्या आप जानते है कि इस दिन किए जाने वाले व्रत का महत्व इतना क्यों है और इस दिन चन्द्रमा के दर्शन करने  से आपको जीवन में कोई ना कोई कलंक क्यों लगता है ? भगवान शंकर कहते है भाद्र शुक्ल चतुर्थी को जो भी मनुष्य व्रत करता है और इस कथा को ध्यानपूर्वक सुनता है गणेश जी सदैवउसको शुभ-फल प्रदान करते है | वह जल्दी ही अपने सभी कष्टों से मुक्ति पा लेता है और उसके सारे बिगड़े हुए कार्य बनने लगते है |आइए अब जानते है उस कथा के बारे में | यह भी पढ़े – ऐसे सपने भूलकर भी किसी को न बताएं गणेश चतुर्थी कथा सनत्कुमार जी ने भगवान शिव से प्रश्न किया कि हे महादेव! मृत्युलोक में इस व्रत की शुरुवात कैसे हुई? और पूर्वकाल में इस व्रत को सबसे पहले किसने किया था ? सनत्कुमार का प्रश्न सुन महादेव बोले श्री कृष्ण ने सर्वप्रथम इस व्रत को किया था | उनपर लग रहे झूठे दोषों के निवारण हेतु  उन्होंने यह व्रत किया था | यह सुन सनत्कुमार अचम्भित रह गए और सोचने लगे भगवान श्री कृष्ण तो जगत एक पालनहार है, तो उनपर कैसे झूठे दोष  लगे ? अपने मन की मंशा को दूर करने के लिए उन्होंने भगवान शिव से कहा हे भोलेनाथ! आप मुझे इस कथा के बारे में विस्तार से  बताकर मेरे मन की मंशा को दूर करे | सत्राजित को भगवान सूर्य से स्यमन्तक मणि प्राप्त होना भगवान बोले पृथ्वी को भार मुक्त करने हेतु भगवान विष्णु ने श्री कृष्ण रूप में वासुदेव के यहाँ अवतार लिया | बाद में जरासंध के द्वारा बार बार किए जाने वाले आक्रमण के कारण भगवान श्री कृष्ण ने समुद्र के किनारे द्वारकापुरी बनाई  और वही रहने लगे, ताकि उनकी प्रजा शांति से रह सके | उसी पूरी में उग्र नामक यादव थे, जिनके 2 पुत्र हुए जिनके नाम थे सत्राजित और प्रसेनजित | सत्राजित भगवान सूर्य के परम भक्त थे और उन्होंने भगवान सूर्य को प्रसन्न करने हेतु समुद्र किनारे कठोर तपस्या की | उस  तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान सूर्य ने उन्हें दर्शन दिए और अपने गले से मणि उतार कर सत्राजित को दे दी | उस मणि की  चमक सूर्यदेव की चमक के समान थी | सूर्य भगवान ने सत्राजित को कहा ये मणि देवों को भी प्राप्त नहीं है, तुम इसे अपने गले में धारण कर लो, लेकिन समरण रहे कि इसे धारण करने के समय पवित्र रहना आवश्यक है यदि ऐसा ना हुआ तो यह उसकी मृत्यु का कारण बन सकती है और यह मणि प्रतिदिन 24 मन सोना प्रदान करती है | यह कह सूर्य देव अंतर्ध्यान हो गए | उसके पश्चात् सत्राजित ने वो मणि पहन कर द्वारिका नगरी में प्रवेश किया, उस मणि की चमक देख सब लोग हैरान हो गए | उस चमक से ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो साक्षात् सूर्य देव आगए है | भगवान श्री कृष्ण ने भी उस मणि को देखा और उनका मन उस मणि के लिए ललचा गया, किन्तु उन्होंने सत्राजित से वो मणि 

अगर चौथ का चाँद दिखे तो सुने गणेश चतुर्थी कथा, नहीं लगेगा कलंक Read Post »

ऐसे सपने भूलकर भी किसी को न बताएं
धार्मिक कथायें

ऐसे सपने भूलकर भी किसी को न बताएं

ऐसे सपने भूलकर भी किसी को न बताएं: रात में सपने देखना बड़ी ही स्वाभाविक सी बात लगती है | आम तौर पर रात में देखे बहुत सारे सपने हम सुबह होते ही भूल जाते है, जबकि कुछ सपने हमें पुरे याद रहते है | यहाँ तक कि कुछ सपने ऐसे भी होते है जिसे

ऐसे सपने भूलकर भी किसी को न बताएं Read Post »

ये 9 बातें किसी को भी मत बताना
धार्मिक कथायें

ये 9 बातें किसी को भी मत बताना वरना पछताना पड़ेगा

ये 9 बातें किसी को भी मत बताना: गुरु वह होता है जो हमे ज्ञान देता है | गुरु एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है अंधकार को दूर करने वाला | गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है क्युकी गुरु ही होता है जो मनुष्य के जीवन को अंधकार से प्रकाश

ये 9 बातें किसी को भी मत बताना वरना पछताना पड़ेगा Read Post »

अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है?
धार्मिक कथायें

भगवान् श्री कृष्ण ने बताया अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है?

अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है? : मनुष्य के जीवन में सुख और दुःख, धुप और छाया की तरह होता है, कभी उसके जीवन को दुःख के काले बदल घेरे रखते है तो कभी ख़ुशी रूपी धुप उसके जीवन को खुशहाली से भर देती है | हम ये तो सुनते और मानते ही

भगवान् श्री कृष्ण ने बताया अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है? Read Post »

जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश
धार्मिक कथायें

जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश,देखकर हैरान है सारी दुनिया

जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश : हमारा भारत देश एक महान देश है , जहाँ विभिन्न धर्मो के लोग भाईचारे के साथ रहते है चाहे वह हिन्दू हो, मुस्लिम हो ,सिख हो ,या ईसाई हो सब एक साथ मिलकर रहते है | भारत देश सभी धर्मो का आदर करता है,यहाँ सभी त्यौहार

जन्माष्टमी के रंग में रंगे कई मुस्लिम देश,देखकर हैरान है सारी दुनिया Read Post »

मृत परिजन की फोटो लगाना सही या गलत
धार्मिक कथायें

घर में मृत परिजन की फोटो लगाना सही या गलत?

मृत परिजन की फोटो लगाना सही या गलत? : यह तो हम सभी जानते है कि मृत्यु एक अटल सत्य है, जिसने भी इस पृथ्वी पर जन्म लिया है उसे एक ना एक दिन इस नश्वर शरीर को छोड़ कर जाना ही होगा | इस पृथ्वी पर ऐसा कोई घर नहीं है जहाँ किसी की

घर में मृत परिजन की फोटो लगाना सही या गलत? Read Post »

मांस खाना पुण्य है या पाप
धार्मिक कथायें

भगवान श्री कृष्ण ने बताया कि मांस खाना पुण्य है या पाप?

मांस खाना पुण्य है या पाप: मनुष्य जिस प्रकार हवा और पानी के बिना जीवित नहीं रह सकता, उसी प्रकार भोजन के बिना भी जीवित रहना असंभव है | उसी भोजन की जरुरत को देखते हुए, पृथ्वी पर कुछ मनुष्य मासाहार का सेवन करते है, तो कुछ शाकाहार का सेवन करते है | हमारे मन

भगवान श्री कृष्ण ने बताया कि मांस खाना पुण्य है या पाप? Read Post »

अच्छा समय आने से पहले के 7 संकेत
धार्मिक कथायें

भगवान श्री कृष्ण ने बताएं अच्छा समय आने से पहले के 7 संकेत

अच्छा समय आने से पहले के 7 संकेत: सुख दुःख तो मनुष्य के जीवन में धुप छाँव की तरह होता है इसलिए ज्ञानी लोग कहते है कि मनुष्य को अपने बुरे समय को बड़े धैर्य के साथ बिताना चाहिए क्युकी जिस प्रकार रात के बाद सुबह आती है उसी प्रकार बुरे समय के बाद अच्छा

भगवान श्री कृष्ण ने बताएं अच्छा समय आने से पहले के 7 संकेत Read Post »

error: Content is protected !!
Scroll to Top